हनुमान जी की पूजन विधि

हिन्दू धरम शास्त्रों के अनुसार हनुमान पूजन का कलयुग मैं बहुत महत्त्व है। मंगलवार के दिन हनुमान पूजा विधि पूर्वक करने से हनुमान जी सारे कष्ट दूर करके जीवन सुख समृद्धि से भर देंगे।

According to Hindu mythology, in Kalyug Hanuman Puja is very important. On Tuesday after doing Hanuman puja according to proper vidhi, Hanuman Ji will take away all the miseries from your life and will fill it with prosperity.

Hanuman Pujan Samagri In Hindi

हनुमान पूजन सामग्री

  • लाल कपडा/लंगोट
  • जल कलश
  • पंचामृत
  • कंकु
  • जनेऊ
  • गंगाजल
  • सिन्दूर
  • चांदी/सोने का वर्क
  • लाल फूल और माला
  • इत्र
  • भुने चंने
  • गुड़
  • बनारसी पान का बीड़ा
  • नारियल
  • केले
  • सरसो का तेल
  • चमेली का तेल
  • घी
  • तुलसी पत्र
  • दीपक
  • धूप , अगरबत्ती
  • कपूर

हनुमान पूजन सामग्री  किसी भी किराने की दुकान या पूजन सामग्री की दुकान पर आसानी से मिल जाती हैं

Hanuman Pujan (Puja) Vidhi In Hindi

हनुमान जी की पूजन (पूजा) विधि

  • हनुमान जी की मूर्ति ओर मुंह करके लाल आसन पर बैठें.
  • १ घी का और १ सरसो के तेल का दीपक जलाये
  • अगरबत्ती और धूपबत्ती जलाये
  • हाथ में चावल व फूल लेकर हनुमानजी का ध्यान और आवाहन करे
  • अब सिंदूर मैं चमेली का तेल मिलाकर मूर्ति पर लेप करे पाँव से शुरू करकर सर तक
  • चांदी या सोने का वर्क मूर्ति पर लगाए
  • अब हनुमान जी को लाल लंगोट पहनाये
  • इत्र छिड़के
  • हनुमानजी के सर पर कंकु का टिका लगाए
  • लाल गुलाब और माला हनुमान जी को चढ़ाये .
  • भुने चंने और गुड़ का नैवेद्य लगाए
  • नैवेद्य पर तुलसी पत्र रखे
  • केले चढ़ाये
  • हनुमान जी को बनारसी पान का बीड़ा अर्पित करे
  • ११ बार हनुमान चालीसा का पाठ करे
  • अंत मैं हनुमान जी की आरती करे

हनुमान पूजा  के बाद अज्ञानतावश पूजा में कुछ कमी रह जाने या गलतियों के लिए भगवान् हनुमान के सामने हाथ जोड़कर निम्नलिखित मंत्र का जप करते हुए क्षमा याचना करे

  • मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं सुरेश्वरं l यत पूजितं मया देव, परिपूर्ण तदस्त्वैमेव l
    आवाहनं न जानामि, न जानामि विसर्जनं l पूजा चैव न जानामि, क्षमस्व परमेश्वरं l
बजरंग बाण
श्री हनुमान आरती
श्री हनुमान चालीसा
Hanuman Gayatri Mantra
Sundar Kaand
Hanuman Kavach
Hanuman Stotra
Maruti Stotra
Salasar Hanumanji Aarti
Sankat Mochan Hanuman Ashtak

Print Friendly, PDF & Email